संदेश

अप्रैल, 2013 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शब्‍दों में लिपटी जहन की बात

 शब्‍दों में लिपटी जहन की बात काश जहन समझ ले शब्‍दों की ग़लतियां तो कभी भी सुधर जाती है्ं तर्क जहन के देते.. शब्‍दों भरे नहीं.. आखिर थी तो ये दिल की बात

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लबों पर ख़याल ठिठक रहे हैं