शब्‍दों में लिपटी जहन की बात

 शब्‍दों में लिपटी जहन की बात
काश जहन समझ ले
शब्‍दों की ग़लतियां तो कभी भी सुधर जाती है्ं
तर्क जहन के देते.. शब्‍दों भरे नहीं.. आखिर थी तो ये दिल की बात

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